शहर में बढ़ते अपराधों की शिकायत करते हुए गृह-मंत्री को पत्र। 

प्रेषक 

रितु दयाल 

32/4, मालवीय नगर 

नई दिल्ली 

दिनांक : 6.3.2014

प्रतिष्ठा में 

गृह-मंत्री 

गृह-मंत्रालय

भारत सरकार 

नई दिल्ली

विषय: दिल्ली में बढ़ते अपराधों की रोकथाम हेतु पत्र। 

माननीय महोदय, 

नम्र निवेदन है कि मैं दिल्ली की निवासी हूँ। इसी शहर में जन्मी, पली-बढ़ी हूँ और एक कॉलेज छात्रा हूँ। आपका ध्यान दिल्ली में बढ़ते अपराधों की ओर दिलाना चाहती हूँ। चोरी-डकैती की घटनाएँ तो होती ही रहती थीं, किंतु अब तो अपहरण और जबरन वसूली की घटनाएँ भी दिन-पर-दिन बढ़ती जा रही हैं। मेरे चाचा जी के बेटे का पिछले महीने कॉलेज से लौटते हुए अपहरण कर लिया गया था। पुलिस में तुरंत शिकायत दर्ज करवाई किंतु आज तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। शुरू में तो 50 लाख फिरौती देने की माँग के दो फ़ोन आए थे, परंतु अब बीस दिन से कोई फ़ोन नहीं आया। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। एक अधिकारी ने तो स्पष्ट कह दिया कि किसी मंत्री की सिफ़ारिश लाओ या फिर जेब गरम करो। हमारे पड़ोसी डॉक्टर वैद्य की चोरी हो गई कार का भी दो महीने से कुछ अता-पता नहीं है।

पुलिस विभाग आपके अधीन है। बसों में यात्रियों की जेबें कटना तो आम बात है, अब तो इतनी भीड़ के बीच छुरा दिखाकर लूटपाट भी शुरू हो गई है। अँधेरा होने पर महिलाओं का बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है। दिल्ली एक अपराध नगरी बनती जा रही है। पुलिस विभाग सिर्फ़ उच्चाधिकारियों या पैसेवालों के केसों पर ही कार्रवाई करता है। आम जनता परेशान है। कृपया शहर में इन बढ़ते अपराधों की रोकथाम के लिए शीघ्रताशीघ्र कुछ ठोस कदम उठाएँ।

धन्यवाद 

भवदीया 

रितु दयाल