सादा जीवन उच्च विचार 
Sada Jeevan Uchh Vichar

1 यह कहावत जीवन जीने के ढंग को बयान करती है। इसका अर्थ यह है कि हमें बाहरी कपड़ों को अधिक महत्त्वता नहीं देनी चाहिए। 

2 कपड़े केवल शरीर को ढकने के लिए होते हैं। यह व्यक्ति के व्यक्तित्व को नहीं दर्शाते। व्यक्ति भड़कीले तथा महंगे कपड़े पहन कर महान् नहीं बनता। 

3 कपड़े सादे तथा साफ-सुथरे होने चाहिए। हम देख सकते हैं कि जिन लोगों ने महानता प्राप्त की है वे सादे ही थे। लेकिन उनके विचार ऊँचे तथा सच्चे थे। 

4 यदि लोगों को सोच ऊँची हो जाएगी तो समाज की कई कुरीतियां अपने आप ही गायब हो जाएंगी। 

5 आज के समय में लोग केवल दिखावे वाला जीवन जीना पसन्द करते हैं। 

6 इस प्रकार के लोग अपना जीवन ओर मुश्किल बना लेते हैं। 

7 सादा जीवन जीने वाले व्यक्ति को आज के समाज में मूर्ख समझा जाता है। उसके लिए आगे बढ़ना कठिन है।

8 वह शान से जिन्दगी जीने वालों का मुकाबला नहीं कर सकता। केवल यह कहना भी सही नहीं है कि केवल सादा जीवन जीने वाले लोग ही ऊंचा सोच सकते है। 

9 अपना जीवन अपने ढंग से जीने वाले लोग भी ऊंचा सोच सकते हैं। यह बिल्कुल सही है कि सादा जीवन ऊँची सोच को बढ़ावा देता है। 

10 जो व्यक्ति सादा जीवन तथा ऊँची सोच का मालिक होता है वह महान् जीवन जीता है।