एकता में बल है 
Ekta Mein Bal Hai

इस कहावत का अर्थ यह है कि उनमें बल होता है जो एकजुट होते हैं। यह सही कहा गया है कि एक होकर हम खड़े रहते हैं तथा बंट कर गिर जाते हैं। एकजुट होकर रहने के लिए ही सभ्यता का निर्माण हुआ। यदि ऐसा न होता तो हम आज भी जंगलों में ही रह जाते। सारी तरक्की आदमी की एकजट हो कर की गई मेहनत का फल है। जब व्यक्ति समाज से अलग हो जाए तो वह कमजोर हो जाता है। यदि धरती पर व्यक्ति शुरूआती मुश्किलों को झल कर आगे न बढ़ता तो आज मानव जाति खत्म हो चुकी होती। जो एक-जुट हो कर रहते है उनके सामने कोई मुसीबत टिक नहीं पाती। मधुमक्खियां तथा चीटियां भी सदा एकजुट होकर कार्य करती हैं। अनपढ़ता तथा भ्रष्टाचार जैसी कुरीतियों को एकजुट होकर मिटाया जा सकता है। किसी देश की तरक्की तथा खुशहाली सभी के एकजुटता से किए गए प्रयासों पर निर्भर करती है। हमारा देश संकट की स्थिति से गुजर रहा है। इसका कारण एकता तथा एक दूसरे के प्रति सहायता की कमी है। आज के समय की मुख्य जरूरत एकता है। हम सबको अपने अंदर एकता की भावना पैदा करनी चाहिए। इसीलिए कहते हैं कि एकता में बल है।