ईश्वर भी उनकी सहायता करता है जो अपनी सहायता खुद करते हैं 

Ishwar bhi unki sahayata karta hai jo apni sahayata khud karte hai


इससे हमें स्वयं की सहायता करने की महत्त्वता पता चलती है। जो लोग स्वयं मेहनत करते हैं उन्हें ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जो खाली बैठे रहते हैं उनकी सहायता ईश्वर भी नहीं करता। ईश्वर ने हमें हाथ दिए हैं। हमें उनका पूरा इस्तेमाल करना चाहिए। हमें सुस्ती का त्याग करना चाहिए। जो केवल किस्मत के सहारे बैठे रहते हैं, स्वयं पर से हौसला खो देते हैं। व्यक्ति अपनी मेहनत से किसी भी मुश्किल को पार करता है। जो दूसरों से सहायता की आशा करता है वह हार जाता है। सच्चे दिल से की गई मेहनत कभी विफल नहीं होती। ईश्वर उनकी सहायता करते हैं। जो मेहनती होते हैं वे कर्म करते हैं तथा फल की चिन्ता ईश्वर पर छोड़ देते हैं। ईश्वर हमें ऊपर से देख रहा है। हर कोई अपनी मेहनत का फल अवश्य प्राप्त करता है। केवल मेहनती लोग ही महान् सफलताएं प्राप्त करते हैं। जो खाली बैठे रहते हैं, वे कुछ भी प्राप्त नहीं कर पाते। समाज में ऐसे लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है। इसलिए सदा यह याद रखना चाहिए कि ईश्वर भी उनकी सहायता करता है जो अपनी सहायता खुद करते हैं।