स्कूल की प्रार्थना सभा 
School ki Prarthna Sabha

स्कूल कई प्रकार की परम्पराओं का पालन करते हैं। इनमें से सुबह की प्रार्थना सभा भी एक है। कक्षाओं में जाने से पहले विद्यार्थी स्कूल के मैदान में एकत्रित होते हैं। वे कतारों में खड़े हो जाते हैं। सभा धार्मिक गीत से आरम्भ की जाती है। मुख्य-अध्यापक बच्चों को सम्बोधित करते हैं। वे कुछ खास घोषणाएं करते हैं। यदि किसी को इनाम देना हो तो वह दिया जाता है। नियमों को तोड़ने वाले विद्यार्थियों को चेतावनी, जुर्माना तथा सजा दी जाती है। प्रार्थना सभा मुख्य विषयों पर चर्चा करने का एक अच्छा साधन है। कई बार विद्यार्थी ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करते हैं। गीत गाए जाते हैं तथा कविताएं बोली जाती हैं। स्कूल की ताजा उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जाता है। कई बार कोई अध्यापक किसी धार्मिक या राष्ट्रीय शख्सीयत पर भाषण देते हैं। इस समय हल्की शारीरिक कसरत भी करवाई जाती है। इस प्रकार सुबह की प्रार्थना सभा के एक से अधिक लाभ हैं। इसका अन्त राष्ट्रीय गान से होता है।