अंगूर खट्टे हैं 
Angoor Khatte Hein

एक बार एक लोमड़ी थीi। एक दोपहर उसे भूख लगी। वह भोजन की तलाश में इधरउधर घूमने लगी। अंत में उसे अंगूर की एक बेल दिखी। वह अंगूर के गुच्छों से लदी हुई थी।

अंगरों को देख कर लोमड़ी के मुँह में पानी आ गया। वह अंगूरों को प्राप्त करने के लिए छलांग लगाने लगी। किन्तु अंगूर बहुत ऊंचे थे। वह बार-बार छलांग लगाने लगी। किन्तु उसके सभी प्रयास विफल हो गए।

अंत में लोमड़ी थक गई। वह और उछल न सकी। वह यह कहते हुए आगे बढ़ गई, "अंगूर खट्टे हैं, यदि मैं इन्हें खाऊँगी तो बीमार हो जाऊंगी।"

शिक्षा : हाथ न पहुँचे, थू कौड़ी।