पत्राचार द्वारा पाई शिक्षा कालिज की शिक्षा से कम नहीं 

Correspondence Education is no less than the Education of the College


आजकल विश्वविद्यालय में पढ़ाये जानेवाले सभी विषय पत्राचार द्वारा पढ़ाये जाते हैं । इस तरीके की बोलबाली भी बुलन्द है। फिर भी इस प्रथा पर उंगली उठानेवाले बहुत हैं । उनका कहना है - डाक से भेजे जानेवाले छपे हुए शब्द क्लास रूम में दिये जानेवाले लेक्चरकी बराबरी नहीं कर सकते । उनके इस कथन में थोड़ी सच्चाई भी है और हम उस कथन को हुबहु भी नहीं मान सकते । डाक से भेजे जानेवाले पाठ बडी सावधानी से तैयार किये गये पाठ हैं। उसमें पूरे विवरण और व्याख्यान भी दिये गये हैं । इसके साथ साथ पढ़ने के लिए अतिरिक्त पुस्तकों की सिफारिश भी की जाती है। उन छात्रों में अपने पैरों खडे होने की भावना और आत्मविश्वाश पैदा हो जाते हैं। इसमें पढ़ते पढ़ते छात्र अपनी जीविका भी कमा सकते हैं । इस तरह इस प्रथा से दो तरफ़ा मुनाफ़ा है। पढ़ाई पूरा कर सकते हैं और परिवार के काम में भी हाथ बंटा सकते हैं । इस तरह पत्राचार द्वारा पढ़ाई किसी भी पढ़ाई से कम नहीं हैं।