खेलों का जीवन में महत्त्व  
Khelo ka Jeevan mein Mahatva


संकेत बिन्दु -शरीर का विकास - खेलने से हानि -मन-मस्तिष्क का विकास-मानवीय गुणों का विकास 


खेलों का जीवन में बहुत महत्व है। खेलों से शरीर का पूर्ण विकास होता है। खेलने से हमारी मांसपेशियों सुदृढ़ बनती है। शरीर के सभी अंग खेलों से पुष्ट होते हैं। यदि हम खेलेंगे नहीं तो हमारा संपूर्ण विकास नहीं हो पाएगा। न खेलने से बहुत प्रकार की हानियाँ होती है। जो बच्चे खेलते नहीं है उनका सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता है। खेल हमारे मन-मस्तिष्क का भी विकास करते हैं। खेलने से शरीर में जो स्फूर्ति आती है, उससे मन-मस्तिष्क तरोताजा होता है। मस्तिष्क भी तेजी से चलता है तथा मन में भी दृढ़ता आती खेलों से अन्य मानवीय गुणों का विकास भी होता है। खेलों से सहयोग, मित्रता एवं सगंठन के गुणों का भी विकास होता है। खेलों में भाग लेने वाले बच्चे  अच्छे विद्यार्थी और अच्छे नागरिक सिद्ध होते हैं। अत: हम सभी को खेलों में पूरी रुचि के साथ भाग लेना चाहिए।