वक्त पर की एक सिलाई नौ को बचाती है
Waqt par ki ek Silai Nau ko Bachati hai


उचित समय पर कारवाई करना लाभदायक है। जब कोई कपडा फट गया और फिर उसे इस्तेमाल करना चाहते तो उसे तुरन्त सिलाना चाहिये । अगर सिलाई में देरी करें तो कपडे और भी फट जायेंगे । अतः या तो अधिक सिलाई करनी पडेगी या वे कपडे काम के योग्य न रह जायेंगे । ऐसे ही जब हमें कभी कुछ कार्य करना है तो उन्हें उचित समय पर करना चाहिये । जब मौके आते हैं उनका सदुपयोग करना चाहिये । नहीं तो, देरी करने से कार्य असफल होकर रहेंगे। फलतः निराशा और बेचैनी की ओर ढकेल दिये जायेंगे। अगर मौके पर कार्य करें और हर मौके का फायदा उठायें तो जरूर भाग्य हम पर मुस्कुरायेगा। मौके पर किये गये कार्य का फल अच्छा ही होता है । वक्त पर काम करके हम पछतावे से कोसों दूर रह सकते हैं। इसलिए हम यह भी कह सकते हैं-देरी या विलंब वक्त का चोर है। एक बार बरबाद किया हुआ या खोया हुआ समय वापस नहीं आ सकता ।