दगड़यों ! आवाज लगाण रैन 
Dagdyo Awaj Lagan Raen



ए भयानक जंगल मा यखुली ही नि जवाँ हम, 

दगड़यों! आवाज लगाण रैन। 


खादुल जानवरुन भy जंगल छ यू, 

दगड़यों ! दगड़ निभाण रैन । 


चल्द-चल्द कदम कखि बहकी नि जाउन, 

हम तै मंजिल हमरी बताण रैन । 


सुपिनुक दुनिया मा रदवाँ हम अक्सर, 

हिटद-हिटद से ग्या त जगाण रैन । 


ईर्साग्नि धधकणी, बस ये से डरनू छौं, 

प्यारक बूदुन वीं तै बुझाण रैन । 


खाक नी ह्व जाऊ यूँ दुःखी साँसुन दुनिया, 

ए से पैल मीत म्यार फर्ज बताण रैन । 


ए भयानक जंगल मा यखुली हर्ची नि जवाँ हम, 

दगड़यों! आवाज लगाण रैन।