मेरी सला छ
Meri Sla Cha



पक्क मकान बणैन मित्रो ! 

माटक मकाना तल कबि क्वी सुरक्षित नि रैन । 

अब त तख भूकम्प भि भौत आण बडी गेन । 

मेरी सला छ कि जरा समलिक रैन । 

ईर्सा-द्वेस, घृणा-नफरतक कान्डुक  डाल लगैक । 

कबि के कू भलु नि ह्वाई। 

डाल फलदार लगन अर लोक-परलोक मा मिट्ठ फल खैन ।