क्रिकेट मैच का दृश्य
Cricket Match Ka Drishya
क्रिकेट सज्जन पुरुषों का खेल है। यह पूरे संसार में प्रसिद्ध है और पूरा संसार इसका आनन्द उठाता है। यह मेरा प्रिय खेल है। मुझे यह बहुत पसंद है। मैं क्रिकेट खेलता हूँ और देखता भी हूँ, चाहे इसका अवसर मुझे मैदान पर मिले या टेलिविज़न पर। यह श्रेष्ठ खेल उत्साह, अनुशासन, रोचकता, खेलभावना व आपसी सामंजस्य और कठिन परिश्रम से परिपूर्ण है।
पिछले शुक्रवार को हमारे विद्यालय व प्रिंस पब्लिक स्कूल की टीम के बीच बहुत रोचक खेल हुआ था। मैं उपकप्तान व विकेट-कीपर था। यह एक सीमित ओवरों का एक दिवसीय मैच था। यह मैच हमारे स्कूल में हुआ। दोनों टीम अच्छी थी व समान की टक्कर वाली थी।
मैच सुबह नौ बजे प्रारम्भ हुआ। सर्वप्रथम सिक्के को उछाला गया। हमारे प्रधानाचार्य ने सिक्का उछाला व हम जीते। हमने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। हमारे सलामी बल्लेबाजों ने बल्ले से अच्छे प्रहार किए और सावधानी से खेले। मनोज ने दो चौके लगाए और बीस रनों का योग बनाया, और उसके बाद गेंदबाज के द्वारा उसकी गेंद लपकी गई। जब हमारा योग पचास हुआ तब तक दूसरा सलामी बल्लेबाज भी खेल से बाहर हो गया। फिर हमारा कप्तान श्याम सिंह आया। वह डटकर खेला, और उसने मैदान में चारों तरफ अपने बल्ले का जादू बिखेरा। उसने पैंतालिस गेंदों में इक्यावन रन बनाए। वह विकेट-कीपर द्वारा स्टम्प्ड हो गया। मैं बड़े जोश से खेला, परन्तु एक चतुर गेंदबाज द्वारा बोल्ड आउट किया गया।
बाद के बल्लेबाजों ने भी अच्छा जोश दिखाया। हमने चालीस ओवरों में सात विकेट पर सम्मानजनक दो सौ रन बनाए। फिर भोजन का समय हो गया।
फिर विपक्षी टीम ने अच्छी शुरुआत की और सकारात्मक खेल खेला। उनके सलामी बल्लेबाजों ने साठ कीमती रन बनाए। फिर उनका कप्तान बलवन्त आया। उसने अच्छे प्रहार किए व एक ही ओवर में तीन चौके लगाए। फिर वह पग-बाधा आउट हो गया। इससे वह निराश हो गया और उसके मध्यक्रम के बल्लेबाज भी धड़ाधड़ धराशायी हो गए। एक समय में जब उनका योग सौ रन पाँच विकेट पर था तब मैं विकेट के पीछे से लपका और एक को दौड़ते हुए आउट किया। मैदान में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज रही थी।
परन्तु बाद के बल्लेबाजों ने अच्छा खेला और एक-एक, दो-दो करके अच्छा योग कर लिया। इनमें चौके कम थे परन्तु दौड़ के रन अधिक थे। उन्होंने छत्तीस ओवरों व पाँच गेंदों में एक सौ अस्सी रन बनाए। दोनों टीमों की तरफ उत्सुकता बढ़ गई। फिर हमारे घुमावदार गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की और वे सब उनतालिस ओवरों और तीन गेंदों पर आउट हो गए।
असमंजस की स्थिति समाप्त हुई और हम सब खुशी से झूम उठे। हमारे प्रधानाचार्य ने हमें बधाई दी। मुझे श्रेष्ठ विकेट-रक्षण व मूल्यवान तीस रनों के लिए मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया।
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