आपके छोटे भाई ने वार्षिक परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उसका मनोबल बढ़ाते हुए एक पत्र लिखें।



जयपुर

12.2.2007

चिरंजीव मनोज,

स्नेहाशीष।

तुम्हारा पत्र मिला। पढ़कर प्रसन्नता हुई। तुमने अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह सबके लिए गर्व की बात है। अब तो तुम्हें ओर भी अधिक परिश्रम करना चाहिए जिससे भविष्य में अधिक अंक प्राप्त कर सको। माँ तुम्हें बहुत याद करती है। वे तुम्हारे लिए बहुत सुंदर स्वेटर बुन रही है। पूरा होने पर पार्सल द्वारा भेज देगी।

पूज्य पिता जी पूर्ण रूप से स्वस्थ है और तुम्हारे उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। शेष कुशल है।


तुम्हारा हितैषी