अपने मित्र का समाचार जानने के लिए उसे एक पत्र लिखें।
..............जयपुर
7.03.2007
प्रिय मित्र राकेश,
नमस्ते।
बहुत दिनों से तुम्हारा कोई समाचार नहीं मिला। क्या बात है? नाराज़ हो क्या? अगर मुझसे भूल हो गई हो, तो क्षमा करो और शीघ्र ही पत्र का उत्तर दो। माता जी तुम्हें बहुत याद करती हैं। मैं दशहरे की छुट्टी में आगरा जा रहा हूँ। शेष कुशल हैं। अपने माता-पिता से मेरा प्रणाम कहना।
रंजन और अरुणा को स्नेह।
तुम्हारा मित्र
0 Comments