चेत जा
Chet Ja
न झलकों तौ कुण्डल, न खमणों तौं झिंवारियूं
तू भूली गे पिछला साल,
जब तेरा स्यू जेवर लुच्छे छा।
नुच्चे छा तेरा कपड़ा,
तिन त सोची होली,
सभी मनखी पहाड़ सी सरल निष्पाप व पवित्र होन्दन
तिन शायद पहली बार, असुरै सैना देखी होली
वीं सैना को सामना अब त्वे तैं करण पड़लो
त अब न झलकों तो कुण्डल तैं।
अब दाथी, थमली, वसुली उठो,
बगत आण पर राइफल भी उठो
रस्सी वोटी रख तौं पापीयूं तैं।
थमली पलैं रख तौं कलंकियूं तैं
जौन अपणी माँ बैणी नि देखिन
बस अपणा आकाओं की इच्छा देखी
तू चेत जा, तू चेत जा, तू चेत जा
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