डाली लगावा 
Dali Lagawa



गों गौं मा धै लगावा, आवा चला आवा डाली लगावा।

खरडी हवेन डांडी व कांठी 

रीति वेन फूलों की घाटी 

आवा सभी अगनै आवा, फल फूलों की डाली लगावा 

तौं कांठयूँ तैं हँसावा । 

डाली लगावा..


सूखी गैन गाड गदेरा 

हरची गैन धारा पन्देरा 

कनके ऊँमा पाणी आलो………………2

आज सोचिल्यावा डाली लगावा


कटेणू दिन पर दिन माटू 

होणू च दिन दिन घाटू 

ये घाटा कनकै पूरौला, हम घाटा कन कै पुरौला 

आज देख ल्यावा - डाली लगावा


नी सुर्णेद चखुलों का बोल 

नी दिखेंद घुघतों का घोल 

आवा सभी अगनै आवा यू जंगलऽ से बचावा 

सब्यू तें समझावा .. डाली लगावा। 

गौं-गौं ....