होली
Holi
होली कू त्यौहार आयो होली को
रंगों कू त्यौहार यो च, होली हो
गौरा जीन हरी हरी मेंदी लगाई
नंदी न भांग घोटी शिवजी ते पिलाई
सैरा कैलास बोली, होली हो
रंग कू त्यौहार यो च, होली हो
सैरा साल जगल्वदन रंगमता भौज्यूं का दयूर
लौंकी जिकड़ी तौंकी, देखी स्याली की समूण
रंग मता वे जनदन सब्या, होली हो
रंगो कू त्यौहार आयो, होली हो
सौजड़यों का दगडी सभी हैंसी खेली ल्यावा
जतगा प्यार बंटिल्या तुम, वैसे बिन्डी पावा
दाना सयाणा ज्वान बाल, बोलदन, होली हो
रंग कू त्यौहार अयूं होली हो
अबीर गुलाल रंग सब्युं पर लगावा
रोश गुस्सा छोड़ीक प्रेम मा बन्ध जावा
फ्यूँलड़ी भी हैंसणी छिटगा लगौणी हो
रंग कू त्यौहार आई होली हो....
0 Comments