तुम बौड़ीक आवा पहाड़ 
Tum Bodiki Aava Pahad




उंचा उंचा पहाड़ देखा, गैरी गैरी गदीनी, 

तौं टेड़ा मेड़ा बाटा देखा, सैणी सैणी पुंगड़ी ..... । 


बनी बनी का फूल फल, बनी बनी का डाला, 

आरु किनगोड़ बेडू, हिंसर का झाला। 


आहा कनो ... अहा कनो रसीलो पहाड़, 

अहा कनो रसीलो पहाड़ ...। 

उंचा.. 


ग्वेर जदन गोरु का दगड़ा बोण मा........ 2 

तौं कांठियूं गूंजोदन मोछंग धुन मा, 

अहा कनो-२ सूरिलो पहाड़ अहा कनोऽ सुरीलो पहाड़ 

उंचा ...... 


थड़या चौंफला जब लगदिन चौक मा 

मुल मुल हंस दिन बेटी ब्वारी गौं मा 

अहा कनो, अहा कनो शरमीलो पहाड़ 

अहा कनो सजीलो पहाड़ ... 

उंचा ..... 


रंग बिरंगी धोती पैनी जाँदिन मेला मा..... 2 

जब मिलदिन मैती भेटि-भेंटि रोंदिन मेला मा। 


देखा कनो देखा कनो खुदेड़ पहाड़ २ 

देखा कन खुदेड़ पहाड़ 

उचा अहा कनों रमाल्यो पहाड़ अहा कनो रमाल्यों पहाड़ 

तुम बौड़ी का आवा पहाड़, तुम बौड़ी क आवा पहाड़ 

तुम बौड़ी क आवा पहाड़ ...... ३