जिन्दगी का गांठा 
Zindagi Ka Gantha



जिन्दगी का गांठा अलझाई रैगिन 

चूचों तौं तै सुलझावा चूचौं तौं तै सुलझावा 

काकी बोडी दादी की कथा हरचिनी 

चूचौं तौं तै खुज्यावा चुचौं तौं तै खुज्यावा


मनदू छौं मी आज बदल गे समाज 

मशीन की तरों ढेगी मनख्यू को काज 

पैंसियूंका पिछनै नाता रिश्ता वेनी खतम 

चूचौं तौं तै बचावा चूचौं तौं तैं बचावा


आखर बस पढयां छन गण्यां कतै नी छन 

ब्वे बुबों से छोड़ी झणि कख अटगणा छन 

जनी बुतल्या बीज तनी फसल पैजदिन 

चूचौं तौं तैं बिंगावा चू चौं तौं तें बिंगावा


माटा गारा दूंगों न कूडू ही चिंडैद 

कूडू घौर घौर लगू माया तख चच्यैंड

माया का मायादार कै मुल्क चलगिन 

चूचौं तौं तैं खुज्यावा चूचौं तौं तैं खुज्यावा


गाड़ गदिन्यू को पाणी धै लगैकि बोगणू च 

अपण दगड़ी माटू गारा दूंगा भी लिजाणू च 

थामी ल्यावा मितें निथर बौंगी मी गयूं 

चूचों पाड़ बचावा चूची माटू बचावा