असली राजकुमारी 
Asli Rajkumari



एक समय की बात है। एक देश की महारानी बहुत ही घमंडी और सनकी थी। वह अपने सामने किसी को कुछ नहीं समझती थी। किसी को उसका स्वभाव पसंद नहीं था पर रानी के विरुद्ध जाने की किसी की मजाल नहीं थी। वह अपने इकलौते पत्र का विवाह करना चाहती थी। रानी अपने राजकुमार का विवाह दुनिया की सबसे सुन्दर व बहुत कोमल राजकुमारी से करना चाहती थी। राजकुमार के लिए देश-विदेश की कई राजकुमारियों के रिश्ते आए, परंतु रानी को कोई पसंद नहीं आया। हर किसी में वह कोई न कोई दोष बताकर नापसंद कर देती थी। एक से एक सुंदर और कोमल राजकुमारियाँ आई पर रानी की कसौटी पर कोई खरी नहीं उतरी। 

रानी ने बहुत रिश्ते ठुकराए हैं, यह बात आस-पास के सभी देशों में फैल गई। सभी महारानी की अद्भुत इच्छा से हैरान थे कि आखिर वह अपने पुत्र के लिए केसी वधु चाहती हैं। यह बात जब एक देश की राजकुमारी को पता चली तो वह महारानी से मिलने के लिए व्यग्र हो उठी। वह महारानी से मिलकर यह जानना चाहती थी कि आखिर वे राजकुमार के लिए कैसी लडकी तलाश कर रही हैं। राजकुमारी ने अपने पिता को अपनी इच्छा बताई और महारानी के पास जाने की आज्ञा माँगी। राजकुमारी के पिता ने अपनी बेटी की बात को सहर्ष ही मान लिया। तब राजकुमारी ने एक राजदूत भेजकर रानी को संदेश भिजवाया कि वह अमुक दिन रानी से मिलने आएगी। राजकुमारी की प्रस्तावित यात्रा को महारानी ने सहर्ष स्वीकार कर लिया और महल का एक बहुत सुंदर कमरा राजकुमारी के स्वागत के लिए तैयार करवा दिया। राजकुमारी महल में पहुँची तो रानी ने उसका भव्य स्वागत कर उसे उसके कमरे में ठहरा दिया। राजकुमारी बहुत सुंदर थी। 

अतः रानी को राजकुमारी अच्छी सुन्दर लगी परंतु वह कितनी कोमल है, यह जाँचने के लिए रानी ने राजकुमारी के पलंग पर मटर के दो दाने बिखेर कर उसके ऊपर बीस गद्दे बिछा दिए। रात को राजकुमारी पलंग पर लेटी तो उसे नींद नहीं आ पाई। मटर के दो दाने उसे रात भर चुभते रहे। उसने पूरी रात करवट बदलबदलकर काटी।

सुबह जब राजकुमारी जागी तो उसके सारे शरीर में दर्द हो रहा था। उसकी पीठ पर जगह-जगह नील पड़ गए थे। यह देखकर महारानी समझ गई कि यह उसके मापदंड पर खरी उतरने वाली राजकुमारी है। जो सुन्दर भी है और अत्यंत कोमल है। महारानी ने घोषणा कर दी कि उन्हें अपनी मनपसंद वध मिल गई है। रानी ने धूम-धाम से विवाह की तैयारी शुरू कर दी। नववधू के बेशकीमती हीरे और रत्नों से जड़ित आभूषण बनवाए गए। विवाह में राजकुमारी ने एक भी गहना पहनने से इनकार कर दिया। कारण उसके कोमल अंग गहनों का भार सहन नहीं कर सकते थे। 

रानी यह देखकर बहुत दुखी हुई। उन्हें अपनी भूल पर पश्चाताप होने लगा कि उसने जिद में आकर इतनी कोमल वधू क्यों चुनी।

शिक्षाः हठ का परिणाम बुरा होता है।