जैसे को तैसा
Jaise Ko Taisa
एक समय की बात है। एक जंगल में एक सियार रहता था। एक दिन भोजन की खोज में भटकते हुए वह एक नदी के किनारे पहुँचा। नदी के पार दूसरे किनारे पर एक गाँव था, जिसके चारों ओर हरे भरे खेत थे। सियार को पूरा विश्वास था कि गाँव के आस-पास खाने के लिए कुछ न कुछ अवश्य मिल जाएगा। परंतु गाँव पहँचने के लिए नदी पार करना आवश्यक था और सियार को तैरना नहीं आता था। अचानक सियार की दृष्टि एक ऊँट पर पड़ी, जो निकट ही हरी-हरी घास चर रहा था। सियार तुरंत ऊँट के पास पहुँचा और बोला, "नमस्कार श्रीमान! कैसे हैं आप?"
"मैं कुशल हूँ। आप कैसे हैं?", ऊँट ने उत्तर दिया। सियार ने ऊँट को सलाह देते हुए कहा, “श्रीमान! इस नदी के उस किनारे पर मक्के की फसल लगी हुई है। यदि आप मुझे अपनी पीठ पर बैठा कर वहाँ ले चलें तो हम दोनों मक्के का आनंद ले सकते हैं।"
ऊँट ने सियार की सलाह मान ली और वे शीघ्र ही नदी पार करके खेत में मक्के का आनंद लेने जा पहुँचे। चूँकि सियार छोटा था, उसका पेट थोड़े ही समय में भर गया। परंतु ऊँट अभी भी मक्के खा रहा था। पेट भरते ही सियार जोर-जोर से चिल्लाने लगा।
सियार को चिल्लाता देखकर ऊँट डर गया। उसने सियार से पूछा, "तुम इस तरह क्यों चिल्ला रहे हो। कोई सुन लेगा।"
इस पर सियार ने लापरवाही से उत्तर दिया, "पेट भरने के बाद चिल्लाना मेरी आदत है। मैं जब तक चिल्ला न लूँ मेरा खाना नहीं पचता। तुम बीच में टोको मत।"
सियार के चिल्लाने का स्वर सुन कर खेत का मालिक अपने नौकरों के साथ खेत पर आ गया। सियार क्योंकि कद-काठी में छोटा था, इसलिए वह तुरंत झाड़ियों में छिप गया। खेत के मालिक तथा उसके नौकरों को खेत में बड़े कद का ऊँट ही दिखाई दिया तो उन्होंने ऊँट को मारना शुरू कर दिया। ऊँट उन लोगों से बचने के लिए नदी की ओर भागने लगा तो सियार बोला, "अरे ऊँट भाई। तुम अकेले क्यों जा रहे हो, मुझे भी अपनी पीठ पर बिठा लो।"
ऊँट सियार से चिढ़ा हुआ था। उसने मन ही मन सियार से बदला लेने की ठान ली। वह बोला, "आ जाओ। मैं तुम्हें कैसे भूल सकता हूँ। आज तुम्हारे कारण ही तो मुझे ये दिन देखना नसीब हुआ है।" "क्या बोल रहे हो, ऊँट भाई। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा।" सियार ने ऊँट की पीठ पर बैठते हुए कहा। "मैं तो बस यह कह रहा हूँ कि आज तुम्हारे कारण ताजा-ताजा मकई खाने को मिली।" ऊँट बोला। ऊँट सियार को लेकर जब बीच नदी में पहुँचा तो उसने गहरे पानी में डुबकी लगाई। जिससे सियार ऊँट की पीठ से फिसल कर नदी में गिरा और डूब गया।
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