लाभदायक समझौता 
Labhdayak Samjhota



एक गाँव में एक किसान अपने परिवार के साथ रहता था। किसान बहुत मेहनती था। वह सुबह से शाम तक जी तोड़ मेहनत करता था। परन्तु उसके पास चूँकि दो ही खेत थे इसलिए वह उनमें जो भी फसल उगाता उससे उसकी मुश्किल से गुजर-बसर होती। इस कारण वह लाख चाहते हुए भी अपने परिवार की समृद्धि तथा उनके भविष्य के लिए कुछ भी नहीं बचा पाता था। तभी चमत्कार हुआ। 

एक दिन किसान जब सुबह-सवेरे अपने खेत पर पहुंचा तो उसने वहाँ पर एक बौना बैठा हुआ देखा। ऐसा कहा जाता है कि परियाँ तथा बौने जहाँ होते हैं, वहाँ प्रायः खजाना मिलता है। बौने को देखकर किसान को लगा कि संभवत: उसके खेत में भी खजाना गढ़ा हुआ है। 

किसान झटपट बौने के पास गया और बौने से खजाने के विषय में पछा तो बौने ने कहा, "अवश्य, आपके खेत से बहुत बड़ा खजाना मिल सकता है।" 

"फिर तो वह सारा मेरा है क्योंकि इस खेत का मालिक मैं हूँ।", किसान ने कहा। 

बौने ने झट से कहा, "किंतु तुम्हें वह तभी मिल सकता है यदि तुम वादा करो कि आने वाले अगले दो वर्षों तक तुम इस खेत में उगने वाली फसल का आधा हिस्सा मुझे दोगे। बोलो, तुम्हें मेरी शर्त मंजूर है।" 

किसान असमंजस में पड़ गया। यह बौना कैसा लालची है। बैठे बिठाए मेरी फसलें हड़पना चाहता है। मैं भी इसे ऐसा बेवकूफ बनाऊँगा कि यह सिर पर पाँव रख कर भागेगा। यह विचार कर किसान बोला, "मुझे तुम्हारी शर्त मंजूर है। लेकिन मैं तुम्हें फसल के पौधों का ऊपरी हिस्सा दूंगा और निचला हिस्सा अपने पास रखूगा।" 

किसान की बात सुनकर बौना तुरंत तैयार हो गया, क्योंकि उसने सोचा कि हर पौधे का फल पौधे के ऊपरी हिस्से में ही लगता है। परंतु वह किसान बहुत चतुर व बद्धिमान था। उसने मन में ठान लिया था कि वह बौने से ऐसा समझौता करेगा कि बौने के हिस्से में कुछ भी नहीं आ सकेगा। इसलिए उसने अगले दो वर्षों तक अपने खेत में आलू की फसल उगाई। 

दो वर्षों के बाद बौना अपना हिस्सा लेने आया। बौने ने फसल को देखा तो वह बहुत निराश हुआ क्योंकि फसल के ऊपरी हिस्से में कुछ भी नहीं था। बौने को किसान के साथ हुए समझौते के कारण मूर्ख बनने से इतनी हीन भावना महसूस होने लगी। वह खजाने को खेत में यूं ही छोड़कर वहाँ से भाग खड़ा हुआ। किसान अपने समझौते की सफलता को देखकर बहुत प्रसन्न हुआ। बिना समय गंवाये वह तुरंत खेत पर पहुँचा और वहाँ से सारा खजाना निकाल कर सहर्ष घर लौट आया। 

शिक्षाः बुद्धि व चतुराई ईश्वर से मिला एक उपयोगी उपहार है।