धर्म-अध्यात्म-दान
Dharam-Adhyata-Daan
वे सभी मोक्ष के अधिकारी है जो ईश्वर में विश्वास करते हैं और उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं।
हजरत मोहम्मद
दान देकर लोगों को खुश होना चाहिए, क्योंकि मुसीबत दान की दीवार को कभी नहीं फांदती।।
हजरत मोहम्मद
नरक ईश्वर का न्याय है। स्वर्ग उसका प्रेम है। पृथ्वी उसकी दीर्घकालीन यातना है।
वारोल बेसेनबर्ग
धर्म को सच्चा अधिकारी और पात्र वही हो सकता है जो सक्षम व गुणवान हो और लक्ष्मी जिसके चरण चूमती हो।
स्वामी विवेकानंद
ईश्वर अचल शक्ति है, उसका विश्व कभी अराजक नहीं हो सकता है।
इंजील
इस दुनिया में दया करने वाले लोगों पर खुदा भी दया करता है।
कुराना
ईश्वर पर विश्वास रखने से चिंता समाप्त हो जाती है और सारी कठिनाइयां सुलझ जाती हैं।
अज्ञात
आप ही के भीतर सच्चा आनंद है। आप ही के भीतर दिव्यामृत का महासागर है। इसे अपने भीतर ढूंढिए। अनुभव कीजिए कि वह भीतर ही हैआत्मा। यह न तन है न मन है, न बुद्धि है, न मस्तिष्क है।
अज्ञात
साधन उसी सीमा तक प्राप्त करना चाहिए, जिस सीमा तक वे अपनी प्रमाणिकता को न गंवा दें।
अज्ञात
भगवान ने मानवशरीर उनको दिया है, जिनको परमात्माप्राप्ति के योग्य समझा है।
अज्ञात
0 Comments