युद्ध-शांति
Yudh-Shanti
यद्ध मनुष्यता के लिए सबसे भयानक महामारी है। यह धर्म को मिटा देता है और राष्ट्र का विनाश कर देता है।
मार्टिन लूथर किंग
शाति बाहर की किसी चीज से नहीं मिलती, वह अपने अंदर की चीज
महात्मा गांधी
शांति के समान कोई तप नहीं है।
चाणक्य
वादविवाद में शांति से काम लें, क्योंकि आक्रोश और तीव्रता के कारण छोटीसी बात अवगुण बन जाती है और सच्चाई भी अनैतिक हो जाती
स्वेट मार्डेन
युद्ध कभी समस्या का हल नहीं करते।
अज्ञात
अगर सम्मान के साथ शांति कायम नहीं रखी जा सकती तो ऐसी शांति का कोई अर्थ नहीं है।
लार्ड जॉन रसेल
युद्ध मनुष्यता के लिए सबसे भयानक महामारी है, यह धर्म को मिटा देता हैं, राष्ट्रों का विनाश कर देता है और परिवारों का विध्वंस कर देता है।
मार्टिन लूथर किंग
किसी भी तरह का युद्ध धर्म और मानवता के सभी सिद्धांतों का उल्लंघन
एडवर्ड गिब्बन
वाह्य मौन से कोई आंतरिक शांति नहीं पा सकता चाहे युगों तक वह मौन क्यों न बैठा रहे।
गुरु नानक देव
काम के समान कोई अग्नि नहीं है तथा द्वेष के समान कोई अपराध नहीं है और शांति से ऊंचा कोई आनंद नहीं है।
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