मेरा प्रिय खेल क्रिकेट 
Mera Priya Khel Cricket



खेल-कूद हमारे मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहत आवश्यक है। यदि हम खेल न खेलें तो हमारा संतुलित विकास नहीं हो सकता। 

हमारे देश में कबड्डी, हॉकी, लॉन टेनिस, क्रिकेट, टेबल टेनिस, बैडमिंटल, फुटबाल, शतरंत आदि खेल लोकप्रिय है। इनमें से क्रिकेट मेरा सर्वाधिक प्रिय खेल है। 

क्रिकेट का खेल यों तो किसी भी मौसम में खेला जा सकता है परन्तु अत्यधिक गरमी या वर्षा ऋतु में इसे खेलने में कठिनाई आती है। इसीलिए अधिकतर टेस्ट मैच अथवा एक दिवसीय मैच शांत मौसम में खेले जाते है। शीत ऋतु बसंत ऋतु में क्रिकेट खेलने का मजा ही कुछ और है। 

हमारे देश में क्रिकेट खेल की लोकप्रियता सबसे अधिक है। बच्चे भी इसे ज्यादा खेलना पसन्द करते है। क्रिकेट का रोमांच ही कुछ ऐसा है कि यह खेल युवाओं तथा बच्चों को सहज ही आकर्षित करता है। 

हमारे देश में गावस्कर, कपिलदेव, सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली, बिशन सिंह बेदी, चंद्रशेखर जैसे महान क्रिकेट खिलाड़ियों ने जन्म लिया है। गावस्कर और सचिन तेंदुलकर जैसे महान बल्लेबाजों ने करोड़ो क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता है। 

मै भी क्रिकेट का एक अच्छा खिलाड़ी बनकर अपनी प्रतिभा सिद्ध करना चाहता हूँ। बल्लेबाजी की अपेक्षा मेरी गेंदबाजी अधिक अच्छी है। एक तेज गेंदबाज के रूप में मैं अपने देश का गौरव बढ़ाना चाहता हूँ।

क्रिकेट गेंद और बल्ले का खेल है जो खुले, समतल मैदान में खेला जाता है। क्रिकेट की एक टीम में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं। इनमें से कुछ बल्लेबाज तो कुछ गेंदबाज होते है। कछ खिलाडियों को आलराउंडर या हरफनमौला कहा जाता है। प्रत्येक क्रिकेट टीम में एक विकेटकीपर होता है जो विकेट के पीछे खड़ा रहता है। विकेट के पीछे कैच लपकने में तथा बल्लेबाज को स्टंप आउट करने में विकेटकीपर की भूमिका महत्पूर्ण होती है। 

क्रिकेट खेल शारीरिक दम-खम और बुद्धि कौशल का खेल है। जब कोई टीम क्षेत्ररक्षण कर रही होती है तो इस समय सभी खिलाड़ियों का चौकन्ना रहना बहुत आवश्यक है। कोई भी टीम अच्छी गेंदबाजी और अच्छी बल्लेबाजी के अलावा अच्छे क्षेत्ररक्षण के आधार पर ही दूसरी टीम को परास्त कर सकती है। 

हमारे देश में क्रिकेट मैच के दर्शक की संख्या बहत अधिक है। लाखों दर्शक क्रिकेट खिलाडियों से हमेशा अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करते है। परंतु हर समय ऐसा नहीं होता कोई भी खिलाड़ी चाहे वह कितना ही महान क्यों न हो, हमेशा अच्छा प्रर्दशन नहीं कर पाता वास्तव में चौकों और छक्कों की बौछार देखने में जितनी सरल है, वैसी खेलने में नहीं होती। किसी भी खिलाड़ी को अच्छा प्रदर्शन करने में काफी मेहनत करनी पड़ती है एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ता है। खिलाड़ी को अपने फिटनेस के लिए हमेशा सतर्क रहना पड़ता है। उसे प्रतिदिन व्यायाम और खेल का अभ्यास करना पड़ता है। 

क्रिकेट में भारत की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टीमों में होती है। विभिन्न क्रिकेट प्रतियोगिताओं में भारत का प्रदर्शन प्रायः अच्छा रहा है। भारत 1983 का वर्ल्ड कप जीत चुका है। एक दो बार हम लोग वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच चुके है। 

व्यायाम और मनोरंजन से भरपूर क्रिकेट खेल में धन, मान और सम्मान भी बहुत है। वास्तव में क्रिकेट खेल ने भारत की राष्ट्रीय एकता को मजबूत बनाने का प्रयास किया है। यही कारण है कि क्रिकेट मेरा सबसे प्रिय खेल है।