परिश्रम
Parishram
अन्याय को मिटाओ, लेकिन अपनेआपको मिटाकर नहीं।
प्रेमचंद
कर्म ही मानव जीवन को पवित्र, अहिंसक और पूर्ण बनाता है।
विनोबा भावे
चूंकि अपने कर्मों के फल से बचना असंभव है, इसलिए हम सत्कर्म करें।
भगवान बुद्ध
संपूर्ण सद्कर्मो का मूल सत्य है।
जवाहरलाल नेहरू
जीवन में विजय प्राप्त करना जरूरी नहीं है, बल्कि ठीक से लड़ना आवश्यक है।
पियरे डि काउबर्टिन
कर्म करना बहुत अच्छा है, पर वह विचारों से आता है, इसलिए अपने मस्तिष्क को उच्च विचारों और उच्चतम आदर्शो से भर लो, उन्हें रात दिन अपने सामने रखो, उन्हीं में से महान कार्यों का जन्म होगा।
महर्षि अरविंद
जो अपने परिश्रम से जीविका चलाता है तथा अन्यों का पोषण करता है, वही पथपदर्शन कर सकता है।
गुरु नानक देव
अच्छा कर्म बुरे को काटता नहीं। दोनों का फल भोगना ही पड़ेगा।
रजनीश
कर्महीन मनुष्य शिक्षा के दान का अधिकारी नहीं हो सकता।
विनोबा भावे
पत्थर आखिरी चोट से टूटता है, पर पहले की चोट बेकार नहीं जाती।
विनोबा भावे
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