हिंदी निबंध - मतदान केन्द्र का दृश्य
Matdaan Kendra Ka Drishya
नई दिल्ली। आज नगर निगम चुनाव के लिए दिल्ली में वोट डाले जाने थे। इसके लिए दिल्ली के विभिन्न केंद्रों पर मतदान केंद्र बनाए गए थे। हम शक्तिनगर मतदान केंद्र पर थे। अगस्त की सुबह का वक्त था। हल्की-हल्की बारिश हो रही थी। लेकिन मौसम की परवाह न किए हुए लोगों की मतदान केन्द्र पर कतारें लगने लगी थीं। हम वार्ड नंबर 71 पर थे। मतदान केन्द्र के बाहर सुरक्षा कड़ी थी। पुलिस की दो गाड़ियाँ बाहर खड़ी थीं। दो-तीन पुलिस और उनके साथ होम गार्ड के पुरुष और स्त्री कर्मचारी थे। ये मतदान केन्द्र की सुरक्षा के लिए तैनात थे। भीतर भी छह-सात पुलिस कर्मचारी ड्यूटी पर थे। मतदान केंद्र से कुछ दूर विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता मेज़ लगाकर बैठे थे। कुछ कार्यकर्ता मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे थे। मतदाता पर्ची लेकर मतदान केन्द्र की ओर चले जाते थे। दस बजे तक मतदाताओं की गति थी पर बाद में बढ़ने लगी। बारह बजे तक काफी लंबी कतारें लग गई थीं। मतदाताओं में मतदान केन्द्र के प्रति उत्साह उनके चेहरे पर नज़र आ रहा था। दोपहर एक से तीन बजे तक मतदाताओं की फिर कतारें छोटी दिखाई दीं। लेकिन चार बजे के बाद मतदाताओं की भीड़ दिखाई देने लगीं। कभी-कभी मतदान केन्द्रों के बाहर ज्यादा लोग दिखाई देते थे तो कुछ शोर-शराबा सुनाई देता था। अचानक दो-तीन कार्यकर्ता मतदान केन्द्र के बाहर किसी बात पर भिड़ते दिखाई दिए मगर पुलिस ने तत्काल स्थिति संभाल ली। पाँच बजे मतदान समाप्त हो गया। अब विभिन्न पार्टियों के कार्यकर्ता अपनी-अपनी पार्टियों की जीत के दावे करते दिखाई दिए।
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