मेरा प्रिय मित्र 
Mera Priya Mitra



मेरा नाम रोहित है। मैं कक्षा छ: का छात्र हूँ। यूँ तो मेरी कक्षा में बहुत से विद्यार्थी पढ़ते हैं। लेकिन इन सबमें मैं अल्ताफ को बहुत पसन्द करता हूँ। वह मेरा सबसे अच्छा दोस्त है। वह एक होशियार तथा मेहनती छात्र है।


अल्ताफ छरहरे शरीर का सुन्दर लडका है। वह अच्छे परिवार से सम्बन्ध रखता है। उसके पिता सरकारी डॉक्टर है। उसकी माता एक कॉलेज में अध्यापिका हैं। वह भी मुझसे अत्यन्त प्रेम करता है।


वह सदैव साफ स्कूल की पोशाक पहनकर विद्यालय आता है। वह विद्यालय नियमित आता है। वह पढ़ने में होशियार है। उसका सपना बड़े होकर इंजीनियर बनने का है। वह सदैव अपना गृहकार्य पूरा रखता है। वह मेरा गृहकार्य करने में भी मेरी सहायता करता है। जब मुझे कोई परेशानी होती है, तो वह सदैव मेरी सहायता करता है। एक सच्चे मित्र के सभी गुण उसमें मौजूद हैं।


वह विद्यालय में भी अनुशासन के साथ रहता है। वह अपने अध्यापकों की आज्ञा पालन करता है। वह उन्हें कभी किसी शिकायत का अवसर नहीं देता है। उसके सभी अध्यापक भी उसकी प्रशंसा करते हैं।


वह गरीब बच्चों की भी आर्थिक मदद करता है। वह एक धनी डॉक्टर का पुत्र है, किन्तु उसे अपने धनी होने का तनिक भी घमण्ड नहीं है। वह अपनी कक्षा के गरीब बच्चों की फीस, ड्रेस तथा किताबों की व्यवस्था भी अपने पिताजी से कहकर करवाता है।


वह अच्छे विचारों तथा उत्तम स्वभाव का लड़का है। वह अपना समय कभी बर्बाद नहीं करता है। वह विद्यालय के विभिन्न खेलों में भी भाग लेता है। वह विद्यालय की हॉकी टीम का सदस्य है। उसे महापुरुषों की जीवनियाँ पढ़ने तथा उनसे प्रेरणा प्राप्त करने का भी शौक है। वह रोज समाचार पत्र पढ़ता है। वह मुझे भी अधिक पढ़ने तथा समय बर्बाद न करने की प्रेरणा देता है। खाली समय में वह मेरे साथ खेलता है। वास्तव में अल्ताफ सच्चा मित्र है तथा ईश्वर की ओर से दिया गया एक वरदान है।