मेरा विद्यालय
Mera Vidyalaya
मेरा नाम मयंक अग्रवाल है। मैं कक्षा आठ का छात्र हूँ। मैं कन्हैयालाल इंटर कॉलेज में पढ़ता हूँ। यह विद्यालय शहर के बीचों बीच कामायनी नर्सिंग होम के पास स्थित है। मेरा विद्यालय अत्यंत पुराना है। इसकी स्थापना सन् 1960 ई. में हुई थी। विद्यालय की इमारत अत्यंत सुन्दर तथा आकर्षक है। हमारे विद्यालय में कुल मिलाकर तीस कमरे हैं। यहाँ कक्षा एक से बारह तक के छात्र शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। कमरे अत्यंत साफ तथा हवादार हैं। हर कमरे में तीन पंखे लगे हैं। विद्यालय में रसायन, भौतिकी तथा जीव विज्ञान की अलग-अलग प्रयोगशालायें हैं। हमारे विद्यालय का पुस्तकालय भी बड़ा है। उसमें विभिन्न विषयों की अनेकों किताबें हैं। वहाँ विभिन्न समाचार पत्र भी आते हैं।
हमारे विद्यालय में एक खेल का मैदान भी है। बच्चे वहाँ मध्यान्तर में खेलते हैं। हमारे यहाँ एक कैन्टीन भी हैं जहाँ समोसे, कचौड़ी के अलावा फल तथा आईसक्रीम भी मिलती है। विद्यालय में एक बड़ा हॉल भी है जहाँ रोज सुबह प्रार्थना होती है तथा समय-समय पर अध्यापकों एवं छात्रों की सभा आदि का आयोजन भी किया जाता है। विद्यालय में एक तरणताल भी है। बच्चे वहाँ शिक्षकों की निगरानी में तैरने का अभ्यास करते हैं।
हमारे विद्यालय में कुल तीस शिक्षक हैं। उनके लिए स्टाफ रूम की व्यवस्था है। हमारे प्रधानाचार्य का नाम श्री सचिन वर्मा है तथा वे पिछले नौ साल से इस विद्यालय के प्रधानाचार्य हैं। वे छात्रों से अत्यंत स्नेह करते हैं तथा उनका अत्यंत ध्यान रखते हैं।
अब तो पिछले दो साल से विद्यालय में कम्प्यूटर शिक्षा की भी व्यवस्था हो गई है। कम्प्यूटर शिक्षा का हॉल अत्यंत बड़ा है। जनरेटर की व्यवस्था भी है। विद्यालय हर प्रकार से सुरक्षित है। इसके पास में एक बड़ा नर्सिंग होम है तो इसके दाहिनी ओर थाना है। हमारा विद्यालय एक आदर्श विद्यालय है तथा यह अनेक आधुनिक सुख सुविधाओं से पूर्ण है।
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