क्या पक्षी आत्महत्या करते हैं
Kya pakshi aatmahatya karte hai
जी हां पक्षी भी आत्महत्या करते हैं। पृथ्वी पर कुछ
ऐसे भी स्थान है जहां जीवन से नीरस ही पक्षी झुंड बनाकर आत्महत्या करते हैं। पक्षी
वैज्ञानिकों ने उस स्थान पर पहुंचकर तरह-तरह के प्रयोग किए लेकिन वे इनके
आत्महत्यों के कारणों का पता लगाने में नाकामयाब रहे। भारत के उत्तरी कछार के
पहाड़ी इलाके में हांतांग से करीब 22 किमी. दूर जातियां गांव में ये अपनी इच्छा से
इकट्ठा होकर आत्महत्या करते हैं। आत्महत्या करने से पूर्व वे अपना भोजन तक त्याग
देते हैं और पकड़ने वाले हाथों से अपने को बचाने का भी प्रयास भी नहीं करते हैं।
ये यों ही नहीं मर जाते उसके लिए भी कुछ शर्त है। अमावस्या की रात हो, वर्षा हुई हो, दक्षिण से उत्तर की ओर हवा बह रही हो। वस ये पतंगों की तरह खीचें चले आते हैं।
पक्षी विशेषज्ञ डा. सेनगुप्ता ने जातियां में अपना
शिविर स्थापित किया और पक्षियों के इस तरह विना विरोध किए आत्महत्या के कारणों का
पता लगाया। उन्होंने इस बात का भी पता लगाया कि पक्षी अपना अंतिम भोजन करने के तीन
घंटे बाद धरती पर उतरते हैं। वे उतरकर गतिहीन और शिथिल हो जाते हैं। अधिकतर पक्षी
तो 25 घंटों में ही मर जाते हैं। उन्हें खाना खिलाने, उड़ाने के भरसक प्रयत्न किए गए लेकिन वे पक्षी तो जैसे मर-मिटने की ठान बैठे
हैं। इन्हें आत्महत्या की तरफ कौन प्रेरित करता है यह प्रश्न तो आज तक एक पहेली
बना हुआ है?
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