क्यों होता है हमारा सिरदर्द
Kyo hota hai hamara sir dard
स्वास्थ्य के नियमों का पालन न करने पर ही हम अस्वस्थ होते हैं। सिरदर्द का एक कारण शरीर में गंदगी या विषैले पदार्थों का एकत्र होना है। जब हम आवश्यकता से अधिक भोजन कर लेते हैं तो उसका जो भाग हजम हो जाता है वह तो मल के रूप में निकल जाता है परंतु जो भाग हमने आवश्यकता से अधिक लिया है वह हमारी आंतों में विष पैदा कर देता है। वह अत्यंत भयानक होता है। इसका पता हमें कब्ज से चलता है।
कभी-कभी स्नाय के विकार जैसे अनिद्रा, उत्तेजना और पित्त की अधिकता से भी सिरदर्द हो जाता है आंखों पर अधिक दबाव पड़ने पर भी सिरदर्द होने लगता है। यदि अनिद्रा के कारण सिरदर्द होता है तो हमें अपनी नींद अवश्य पूरी कर लेनी चाहिए।
सिरदर्द आंखों की खराबी से भी होता है अगर सिरदर्द दोष हो और बराबर बना रहे तो अपनी आंखों को अवश्य दिखा लीजिए, क्योंकि आंख की खराबी से हुए सिरदर्द के लिए चश्मे का उपयोग ही एकमात्र उपचार है।
शरीर के किसी भी हिस्से की खराबी की सूचना हमें सिरदर्द से मिलती है। यदि हम सिरदर्द की ओर ध्यान न दें तो समस्या और भी बढ़ जाती है। वास्तव में सिरदर्द कोई बीमारी नहीं है बस दूसरी बीमारी के शुरू होने का संकेत मात्र है। जैसे आंख, पेट और कान का सीधा संबंध सिर है अगर इन अंगों में से किसी भी अंग में गड़बड़ी होती है तो तुंरत पहले सिरदर्द शुरू हो जाएगा।
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