पिता के पास स्कूल के साथियों के साथ झारखंड एवं बिहार की यात्रा की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए पत्र लिखिए। 


दिल्ली पब्लिक स्कूल 

आर०के० पुरम 

नई दिल्ली 

दिनांक : 16-7-20... 

पूज्य पिता जी 

सादर प्रणाम 

कल मेरी परीक्षा समाप्त हो गई। आशा है, सभी पत्रों में अच्छे अंक आएँगे। मेरे विद्यालय से छात्रों का एक दल बिहार के कुछ चुने हुए स्थानों का भ्रमण करने के लिए जाने वाला है। में भी इस दल के साथ रहना चाहता हूँ। 

हम लोग दिल्ली से रवाना होकर पटना जाएँगे और वहाँ से सबसे पहले गया जाएँगे। वहाँ हमलोग बोधगया और विष्णुपद के मंदिर देखेंगे। गया से हमलोग राजगृह जाएँगे। राजगृह के गर्म कुंड में स्नान कर हम नालंदा के खंडहरों के दर्शन करेंगे। वहाँ से हम सिंदरी जाएँगे। सिंदरी में एशिया का सबसे बड़ा खाद का कारखाना है। वहाँ से हमारा विचार जमशेदपुर जाने का है। जमशेदपुर के इस्पात के कारखाने को देखकर हम राँची लौटेंगे। वहाँ हम हटिया का इस्पात कारखाना देखेंगे। 

राँची के बाद हमारी छोटानागपुर की यात्रा समाप्त हो जाएगी। वहाँ से हम बस द्वारा बख्तियारपुर पहुँचेंगे। फिर, रेलगाडी से बरौनी के लिए प्रस्थान करेंगे। उत्तर बिहार में हम दो ही स्थान देखेंगे-कोशी का बाँध और वैशाली। कोशी का बाँध आधुनिक भारत का दर्शनीय स्थल है, वैशाली प्राचीन भारत का। वैशाली से हाजीपुर होते हुए हम पटना लौट जाएंगे। फिर अगले दिन ट्रेन द्वारा दिल्ली वापस आ जाएँगे। 

हमारी यह यात्रा लगभग तीन सप्ताह की होगी। आपसे अनुरोध है कि मुझे इसमें शामिल होने की अनुमति दें और साथ ही दो हजार रुपये भी भेजने की कृपा करें। 

आपका आज्ञाकारी पुत्र 

सिद्धीत श्रीवास्तव 

पाने वाले का नाम व पता 

श्री अशोक श्रीवास्तव 

विद्युत विभाग 

बरेली (उ०प्र०)