कार दुर्घटना में मित्र के पिता की मृत्यु हो जाने पर मित्र को एक संवेदना-पत्र लिखिए।

परीक्षा भवन 

नई दिल्ली 

14 मार्च 20... 

प्रिय मित्र शुभम् 

नमस्कार 

सहपाठी उज्ज्वल से फोन पर यह पता चला कि तुम्हारे पिता जी का देहांत 10 मार्च 20... को एक कार दुर्घटना में हो गया। यह खबर सुनकर मन को विश्वास ही नहीं हो रहा है। अभी फरवरी के अंतिम सप्ताह में मैं उनसे उनके कार्यालय में मिलकर आया था। वे उस समय पूरी तन्मयता से कार्य में लीन थे। मुझे देखते ही उन्होंने बिठाया और घर-परिवार की बातें की पर यह सब अचानक कैसे हो गया, समझ नहीं पा रहा हूँ। 

मित्र वह तो बहुत ही सीधे, सरल, अच्छे स्वभाव तथा हँसमुख व्यक्तित्व के स्वामी थे। मुझे उनका भरपूर स्नेह मिला है। जब मैं उनकी कमी को इतना महसूस कर रहा हूँ, तो तुम इस अपूरणीय क्षति और दुख को कैसे झेल रहे होगे। संकट की इस घड़ी में तुम्हें धैर्य बनाए रखना होगा। ईश्वर की मर्जी के आगे किसी का जोर नहीं चलता है। जीवन और मृत्यु पर मनुष्य क्या, किसी का कोई जोर नहीं चलता है। संकट की इस घड़ी में मैं परिवार सहित तुम्हारे साथ हूँ। परीक्षोपरांत मैं शीघ्र ही तुमसे मिलने आऊँगा। ईश्वर की मर्जी को स्वीकार कर हिम्मत से काम लेना। 

तुम्हारा अभिन्न मित्र 

विप्लव