अपने पिता जी को पत्र लिख कर अपने जीवन का उद्देश्य बताओ। 


परीक्षा भवन,

नई दिल्ली।

10 दिसम्बर, XX


प्रिय पिता जी,

आशा है आप प्रसन्न होंगे। आपने पिछले पत्र में मेरा जीवन का उद्देश्य पूछा था। मैं सेनाओं में जाना चाहता हूँ । स्कूल की पढ़ाई के बाद मैं एन.डी. की परीक्षा पास करना चाहता हूँ। इस प्रकार मैं अपने देश की सुरक्षा और सेवा करूँगा। मैं वह सब करने को तैयार हूँ जो मेरे राष्ट्र को चाहिए।

इसके अतिरिक्त मुझे साहसी जीवन बिताना अच्छा लगता है। सेना के लोग सख्त और मुश्किल जीवन बिताते हैं। वे लगातार काफी दिनों तक खुली हवा में, मैदानों में मरुस्थलों में, पहाड़ों पर तथा निर्जन स्थानों पर व्यतीत करते हैं। वे मातृभूमि के लिए जीते और मरते हैं। वे सच्चाई से अपने देश की सेवा करते हैं। यदि वे उसकी सुरक्षा करते समय शहीद हो जाते हैं तो देश के लोग उन्हें याद करते हैं। जब तक जीते हैं देश की सेवा में सिर ऊँचा करके जीते हैं। मुझे आशा है आपको भी मेरे जीवन का यह उद्देश्य अच्छा लगा होगा। यदि देश बचा रहता है तो हम भी आदरपूर्वक जीते हैं।

मेरा सादर प्रणाम माताजी को देना और कहना मैं उन्हें बहुत याद करता हूँ। 

आप का प्यारा

बालकृष्ण।