अपने छोटे भाई को सेहत सुधारने के तरीकों के बारे में लिखो। 

चिराग दिल्ली,

दिल्ली-25.

26 सितम्बर, XX

प्रिय मनोज,

आशा है तुम स्वस्थ और खुश होओगे।

मैंने कल तुम्हारा पत्र पढ़ा, पढ़ कर खुशी हुई कि पढ़ाई में तुम अच्छी प्रगति कर रहे हो। परन्तु यह जान कर मुझे दुःख हुआ कि तुम्हारी सेहत ठीक नहीं चल रही। सेहत ही धन है। मेरे विचार में तुम स्वास्थ्य को ताक पर रख कर पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे रहे हो। तुम्हारी खराब सेहत की वजह शारीरिक व्यायाम की कमी है।

अच्छा विद्यार्थी होना अच्छी बात है परन्तु अस्वस्थ होना बुरी बात है। अपने आप को तन्दुरुस्त रखने के लिए थोड़ा-सा नियमित व्यायाम किया करो। याद रखो कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क रहता है।

अपना सारा समय पढ़ाई में ही मत व्यतीत करो। तुम्हें नियमित रुप से सुबह खुले में सैर करनी चाहिए। यह तुम्हें सारा दिन तन्दुरुस्त रखेगी। तुम्हें नियमित रुप से शाम में कोई खेल खेलना चाहिए। इससे भी तुम्हारी सेहत में सुधार आएगा अपने खाने का भी ध्यान रखो। हर रोज़ नियमित रूप से ताजे फल खाओ।

मुझे विश्वास है कि ये सभी चीजें निश्चित रुप से तुम्हारी सेहत को सुधारने में सहायक होंगी। मेरी सलाह की पालना करो।

प्रेम सहित, तुम्हारा प्रिय,

ABC.